कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना के साहस और पराक्रम को सम्मानित करने के लिए सिरोही में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा शाम को शहीद स्मारक से शुरू होकर शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों से होकर गुजरती हुई राम झरोखा मैदान पर समाप्त हुई। देशभक्ति के गीतों और भारत माता की जय के नारों के बीच आयोजित इस यात्रा में सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी, पूर्व सैनिक, माताएं, बहनें और विभिन्न समाजों के प्रबुद्धजन शामिल हुए।
प्रभारी मंत्री ने सैनिकों के सम्मान में इस तरह के आयोजन की जरूरत पर जोर दिया। विधायक ने ग्रामीण समाज की देशभक्ति और जागरूकता की सराहना की। राज्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना की साहसिकता का प्रतीक बताया और शहीदों को श्रद्धांजलि देने का कर्तव्य बताया। सांसद ने जवानों की सीमाओं पर अदम्य हिम्मत और डटकर मुकाबले की बात कही। भाजपा जिला अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व और सेना के पराक्रम को ऑपरेशन की सफलता का मुख्य कारण बताया।
कार्यक्रम में वाहन सवार लोग तिरंगा लेकर नारेबाजी करते नजर आए। शहर देशभक्ति की भावना से उमड़ पड़ा और सभी ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यात्रा के आयोजन में कई पदाधिकारी, पूर्व सैनिक, साधु-संत, विद्यार्थियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। यह आयोजन एकता, संकल्प और सेवा की प्रेरणा बनकर उभरा।