राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की पिटाई का मामला सामने आया है. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें दुकानदार श्रद्धालुओं की बेरहमी से पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं. मारपीट की यह घटना मंडफिया थाने से कुछ दूरी की बताई जा रही है. जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई थी, जहां पुलिस को दोनों पक्षों ने कोई भी कानूनी कार्रवाई न करने की लिखित रिपोर्ट दी है.राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले महीने खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की सिर्फ इसलिए पिटाई कर गई थी क्योंकि वह बारिश से बचने के लिए एक दुकान के अंदर घुस गए थे. इतनी सी बात से नाराज दुकानदारों ने लाठी और डंडों से श्रद्धालुओं को पीट दिया था. अब ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर से भी सामने आया है.
बैग रखने को लेकर विवाद
यहां एक दुकानदार के यहां बैग रखने के बाद प्रसाद नहीं खरीदने पर दुकानदारों और श्रद्धालुओं के बीच शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हिंसक रूप में तब्दील हो गया. इस दौरान दुकानदारों ने श्रद्धालुओं को लाठी-डंडे और चप्पल फेंककर मारना शुरू कर दिया. घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दुकानदारों की भीड़ कुछ युवकों को बेरहमी से पीटती हुई नजर आ रही है. यह घटना मण्डफियाथाने के पास की बताई जा रही है.
पुलिस ने क्या कहा?
जानकारी देते हुए मंडफिया थानाध्यक्ष ने बताया कि मारपीट की यह घटना शनिवार की है. बाहर से आए श्रद्धालुओं और दुकानदारों के बीच बैग रखने को लेकर कहासुनी हुई थी. कुछ ही देर में विवाद इतना बढ़ गया कि दुकानदारों ने श्रद्धालुओं पर लठ बरसाने शुरू कर दिए. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्ष को थाने लेकर आ गई थी. इस मामले में दोनों पक्ष ने कानूनी कार्रवाई न करने की लिखित रिपोर्ट थाने में दी है.
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों धार्मिक स्थलों में छोटी-छोटी बातों श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की जा रही है. क्या व्यापार, धार्मिक आस्था पर भारी होता जा रहा है.