औरैया। अजीतमल ब्लॉक के गोहानी प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश ग्राम प्रधान संगठन ने कड़ा रुख अपनाया है। संगठन के जिला प्रभारी डॉ. मुहनानन्द दोहरे ने बताया कि वरिष्ठ पदाधिकारियों के समन्वय से एक आवश्यक व आपातकालीन बैठक जल्द आयोजित की जाएगी, जिसकी तिथि और स्थान की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।
डॉ. दोहरे ने बताया कि 20 मई 2024 को संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रमुख सचिव गृह व पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि किसी भी प्रधान के खिलाफ बिना प्राथमिक जांच के एफआईआर दर्ज न की जाए। साथ ही फर्जी मामलों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 6 जून 2024 को पुलिस महानिदेशक द्वारा आदेश भी जारी किया गया था कि किसी भी प्रधान को बिना जांच के फंसाया न जाए, बावजूद इसके इस निर्देश की अनदेखी हो रही है। इस उपेक्षा से प्रधानों में भारी रोष व्याप्त है।
प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर पांडेय, महासचिव दिनेशचंद्र मिश्रा व कार्यालय प्रभारी पंकज मिश्रा के नेतृत्व में कानपुर व लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के गृह सचिव से भी प्रतिनिधिमंडल मिलेगा।
संगठन ने स्पष्ट किया है कि गोहानी कांड में फंसाए गए प्रधान को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। किसी भी निर्दोष प्रधान को बलि का बकरा नहीं बनने दिया जाएगा।