विराट कोहली ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सबसे बड़ा मैच-विनर कहा जाता है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे में कोहली ने न सिर्फ अपने करियर का 53वां शतक जड़ दिया, बल्कि इस पारी के साथ उन्होंने सचिन तेंदुलकर का एक और बड़ा रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में यह उनका 7वां शतक था और इस सीरीज में लगातार दूसरा। खास बात यह रही कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोहली ने लगातार तीसरा वनडे शतक ठोककर ऐसा कारनामा किया, जो वनडे इतिहास में बहुत कम बल्लेबाज कर पाए हैं।
कोहली की यह पारी पूरी तरह क्लास, संयम और आक्रामकता का मिश्रण थी। शुरुआती ओवरों में उन्होंने परिस्थिति को परखा और एक एंकर की तरह टीम की पारी को संभाला। जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, कोहली ने अपने पसंदीदा स्ट्रोक्स से विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू किया। शानदार कवर ड्राइव, दमदार पुल शॉट और तेजी से रन बटोरने की क्षमता ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को बैकफुट पर ला दिया। इस शतक के साथ कोहली ने साबित कर दिया कि बड़े मैच और मुश्किल परिस्थितियों में उनसे बढ़कर कोई नहीं।
कोहली का यह प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए भी बेहद मूल्यवान रहा, क्योंकि सीरीज के निर्णायक चरण में उनका फॉर्म टीम को मजबूत आधार दे रहा है। कोहली पहले ही वनडे क्रिकेट में तेज़ी से शतक बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं और इस उपलब्धि ने उनके रुतबे को और ऊंचा कर दिया है। लगातार दूसरी बार और कुल मिलाकर तीसरी बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में शतक जड़कर उन्होंने आंकड़ों को ही नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के दिलों को भी जीत लिया। यह पारी आने वाले समय में विराट कोहली की महानता की यादों में हमेशा चमकती रहेगी।

















