राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव अगर चुनाव मैदान में खुद नहीं उतरे इंडिया गठबंधन के लिए राह मुश्किल हो सकती है। हालांकि कांग्रेस और सपा दोनों चाहती है कि यह तीनों लोकसभा चुनाव लड़ें इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।इससे कांग्रेस को अपने गढ़ रायबरेली ओर अमेठी बचाने की संभावना प्रबल हो सकती है। इसी तरह अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने से इंडिया गठबंधन को आसपास की सीटों पर भी फायदा हो सकता है।
अब सवाल है कि क्या राहुल गांधी प्रियंका गांधी और अखिलेश खुद भी चुनाव लड़ेंगे या फिर केवल अपनी पार्टी को जिताने की जिम्मेदारी ही संभालेंगे। यूपी में इंडिया गठबंधन की मुख्य धुरी समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि कि गांधी परिवार को यूपी नहीं छोड़ना चाहिए और कम से कम एक सदस्य को जरूर लड़ना चाहिए। अगर प्रियंका गांधी अपनी मां सोनिया गांधी द्वारा छोड़ी गई रायबरेली सीट से लड़ती हैं तो इससे न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश हिलोरे लेगा, बल्कि रायबरेली सीट पर जीत की संभावना भी प्रबल होगी। यही नहीं गांधी परिवार के किसी सदस्य के यूपी में चुनावी जंग लड़ने से पूरे इंडिया गठबंधन की ताकत में इजाफा होगा। इसीलिए सपा ने कांग्रेस को इस बाबत संकेत भी दिया है। अखिलेश यादव ने भी हाल में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि अमेठी व रायबरेली से उनके लड़ने (राहुल व प्रियंका) पर जल्द निर्णय होगा।
अखिलेश यादव ने अभी नहीं खोले पत्ते
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ेंगे या नहीं इसको लेकर भी उहापोह की स्थिति है। अखिलेश यादव ने हाल में कन्नौज के नेताओं के साथ बैठक की और कहा कि वह जल्द कन्नौज का दौरा कर फैसला लेंगे। इससे संकेत है कि वह कन्नौज से लड़ सकते हैं हालांकि उन्होंने अभी चुनाव लड़ने के बाबत स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा और इस बाबत सवालों को टाल दिया।