मुजफ्फरनगर जिले में रबी फसलों की बुवाई का सीजन शुरू होते ही किसानों में गेहूं बीज की मांग तेजी से बढ़ गई है। इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया ने जानकारी दी कि जनपद को कुल 4500 कुंतल गेहूं का बीज बीज विकास निगम मुजफ्फरनगर से प्राप्त हुआ है। इसमें से विकास खंड जानसठ को 550 कुंतल बीज किसानों में वितरण हेतु उपलब्ध कराया गया है। अब तक इस बीज में से लगभग 470 कुंतल गेहूं का बीज किसानों को वितरित किया जा चुका है।उन्होंने बताया कि विकास खंड जानसठ के विभिन्न गांवों के किसान अलग–अलग आकार की कृषि भूमि के मालिक हैं, और बीज वितरण विभागीय दिशा–निर्देशों के अनुसार केवल पंजीकृत कृषकों को ही किया जा रहा है। कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि गेहूं बीज वितरण के लिए कृषक पंजीकरण अनिवार्य है। साथ ही किसानों को यह भी बताया गया है कि राजकीय कृषि बीज भंडार से सभी किसानों को बीज उपलब्ध कराना संभव नहीं है। इसलिए केंद्र पर “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर बीज का वितरण किया जा रहा है। प्रत्येक किसान को उसकी भूमि की जोत के अनुसार ही बीज दिया जा रहा है ताकि सभी को बराबर अवसर मिल सके।कृषि अधिकारी ने कहा कि जो किसान अभी तक राजकीय भंडार से बीज नहीं प्राप्त कर पाए हैं, वे सहकारी समितियों, बीज विकास निगम और कृभको केंद्रों से भी प्रमाणित गेहूं बीज खरीद सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में किसानों की बढ़ती मांग को देखते हुए कृषि विभाग ने 1000 कुंतल अतिरिक्त गेहूं बीज की मांग उच्च अधिकारियों को भेजी है। यह अतिरिक्त बीज आने के बाद किसानों को और अधिक सुविधा के साथ वितरण किया जाएगा।विभाग की ओर से किसानों को सलाह दी गई है कि वे जल्द से जल्द अपना पंजीकरण कराकर गेहूं बीज प्राप्त करें ताकि समय पर बुवाई की जा सके। कृषि विभाग का उद्देश्य है कि जिले के सभी पात्र किसानों को प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाला बीज उपलब्ध कराया जा सके, जिससे उत्पादन में वृद्धि हो और किसानों की आय में सुधार हो।कृषि विभाग की टीम लगातार विभिन्न विकास खंडों में जाकर बीज वितरण कार्य की निगरानी कर रही है और किसानों को तकनीकी सलाह भी दी जा रही है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी अपात्र व्यक्ति बीज वितरण का लाभ न उठा सके। विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत केंद्रों से ही बीज खरीदें।इस प्रकार मुजफ्फरनगर जिले में रबी सीजन की तैयारियों को देखते हुए कृषि विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। उम्मीद की जा रही है कि अतिरिक्त बीज की आपूर्ति होने पर किसानों की सभी जरूरतें पूरी हो जाएंगी और जिले में गेहूं उत्पादन में इस बार उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की जाएगी।

















