शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ जाना आजकल एक बेहद आम समस्या है. बॉडी में यूरिक एसिड (Uric Acid) का लेवल बढ़ने से हाथ-पैरों और जोड़ों में दर्द होता है और कई बार उनमें सूजन भी आ जाती है.यूरिक एसिड के बढ़ने के कई कारण होते हैं. किडनी (Kidney) और लिवर (Liver) के सही ढंग से काम न करने के कारण भी ये समस्या होती है. ऐसी स्थिति में पीड़ित को आहार पर खास ध्यान देने की सलाह दी जाती है. इस दौरान हाई प्रोटीन (Protein) और हाई प्यूरीन फूड्स का सेवन नहीं किया जाता है. दालें हमारे हिन्दुस्तानी खाने के एक जरूरी हिस्सा होती हैं. यहां हम जानेंगे कि यूरिक एसिड का लेवल (High Uric Acid Level) बढ़ जाने पर कौन-कौन सी दालों को का सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए.
कौन सी दालों का सेवन न करें
वैसे तो सभी दालों में प्रोटीन पाया जाता है, लेकिन यूरिक एसिड की समस्या में डॉक्टर कुछ दालों का सेवन खासतौर पर मना करते हैं. ये दालें है मसूर की दाल, चने की दाल और मटर या मटर की दाल. इन तीनों ही दालों में प्यूरीन का स्तर काफी ज्यादा होता है, लिहाजा यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा होने की स्थिति में इनका इस्तेमाल परेशानी को और भी बढ़ा सकता है. बेहतर होगा कि इस समस्या से ग्रसित मरीज इन तीनों दालों से तौबा कर ले.
इसके अलावा यदि मरीज राजमा का शौकीन है तो इससे भी दूरी बनानी होगी. राजमा में भी प्यूरीन और प्रोटीन काफी अधिक होता है, जो यूरिक एसिड बढ़े होने की स्थिति में काफी नुकसान पहुंचा सकता है.
फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएँ
यूरिक एसिड बढ़ जाने की स्थिति में दवाएं और परहेज मरीज की जितनी मदद करता है, उतनी ही अहमियत फिजिकल एक्टिविटी की भी होती है.मरीज को नियमित रूप से उसकी आयु और अवस्था के मुताबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए. इससे न केवल यूरिक एसिड का स्तर घटाने में मदद मिलती है, बल्कि कोलोस्ट्रॉल का लेवल भी घटना है. जाहिर है कि इससे मरीज को बीमारी से निजात पाने में काफी मदद मिलती है.