कौन करे जन सुनवाई

शामली जिले में दस नगर निकायों में पांच अधिशासी अधिकारियों की तैनाती है। अधिशासी अधिकारी दो से तीन निकायों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में अधिशासी अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं मिल पाते, जिस कारण फरियादियों को परेशानी उठानी पड़ती है।

 

शासन स्तर से नियुक्ति न होने से अधिशासी अधिकारी के पद रिक्त चल रहे हैं। बुधवार को टीग ने नगर निकायों में अधिशासी अधिकारियों की स्थिति और फरियादियों का हाल देखा। नगर पालिका शागली में तैनात अधिशासी रागेंद्र सिंह पर ऊन नगर पंचायत का भी अतिरिका चार्ज है। बुधवार व शनिवार को उनका नगर पंचायत ऊन में रहने का दिन निधारित है। बुधवार को अधिशासी अधिकारी नगर पालिका शामली में नहीं थे। उनके बारे में जानकारी की गई तो बताया गया कि आज उनका ऊन में बैठने का दिन है। उधर, वे ऊन नगर पंचायत ऊन में भी नहीं पहुंचे। मोहल्ला गुलशन नगर निवासी जहीर नगरपालिका शामली पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह दो दिन से लगातार आ रहे हैं, उनके पुत्र के दस्तावेज पर अधिशासी अधिकारी के हस्ताक्षर होने हैं, लेकिन उनके न मिलने से चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

 

कांधला नगरपालिका में अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार नियुक्त है। उन पर अन्य किसी पालिका या नगर पंचायत का चार्ज नहीं है। कांधला पालिका के लिपिक अशोक पर झिंझाना पालिका में अतिरिक्त चार्ज है। झिंझाना जाने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। अपने बेटे के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे अनिल कुमार ने बताया पालिका में सभी मौजूद मिले और उनका काम हो गया। मोहल्ला खेल निवासी सुहैल ने बताया कि जल कर विभाग के लिपिक से काम था, उनके न मिलने से उनका काम नहीं हो पाया।

 

एलम नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी पुष्पेंद्र राठौर नियुक्त हैं। उन पर झिंझाना नगर पंचायत व बनत नगर पंचायत का अतिरिक्त चार्ज है। इस कारण एलम कस्बे के नागरिकों को समस्या का सामना करना पड़ता है। बुधवार को नगर पंचायत अध्यक्ष रीना पंवार नगर पंचायत में मौजूद मिलीं। कस्बावासी सोनू ने बताया की वो अपने मोहल्ले में पानी सफाई की समस्या को लेकर आए थे। उनकी बात को सुनकर समाधान का आश्वासन दिया गया।

 

सात दिसंबर से एसडीएम संभाल रहे ईओ का अतिरिक्त कार्यभार

शासन से कैराना नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल के तबादले के बाद सात दिसंबर को एसडीएग स्वप्निल यादव पर अतिरिक्त प्रभार है। एसडीएग दो-तीन दिन में एक बार कुछ समय के लिए नगरपालिका में बैठ कर जनता की सगरयाएं सुनते हैं। महबूब, राकेश, समित आदि ने बताया कि नगर पालिका में एसडीएम के नहीं मिलने पर वो तहसील गए थे और वहां उन्होंने एसडीएम को प्रार्थनापत्र दिया।

थानाभवन। नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी जितेन्द्र राणा पर जलालाबाद व गढ़ीपुख्ता नगर पंचायत का अतिरिक्त प्रभार है। वे सप्ताह में दो दिन जलालाबाद व एक दिन गढ़ीपुख्ता जाते है। जरूरी कार्य होने पर अन्य दिन में भी जलालाबाद व गढ़ीपुख्ता चले जाते है। बैनामा संपत्ति का दाखिल-खारिज कराने वालों को परेशानी होती है।

जलालाबाद नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी के न होने पर नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर मलिक ही नागरिकों की समस्या सुनते हैं, कस्बे के लोगों को जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, हाउस टैक्स, बैनामा संपत्ति का दाखिल खारिज आदि कागजातों के लिए फरियादियों को दफ्तर के कई बार चक्कर लगाने पड़ते हैं।

ऊन नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार नगरपालिका शामली के अधिशासी अधिकारी रार्मेद्र सिंह पर है। बुधवार को उनका ऊन नगर पंचायत में आने का दिन तय है, लेकिन आज वे अपने कार्यालय में नहीं मिले। नगर पंचायत बनत से अतिरिक्त चार्ज पर नियुक्त लिपिक ओम सिंह मौजूद मिले। बुधवार को अधिशासी अधिकारी के न आने के कारण लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन एवं जलकर, बैनामा संपत्ति का दाखिल खारिज कराने के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

कोट:

जिले की कई नगर निकायों में अधिशासी अधिकारी के पद रिक्त चल रहे हैं। एक अधिशासी अधिकारी को दो से तीन नगर निकायों की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। कैराना नगरपालिका का अतिरिक्त प्रभार एसडीएग को दिया गया है। नगरपालिका शागली के अधिशासी अधिकारी रागेंद्र सिंह ने तबीयत खराब होना बताते हुए बुधवार को अवकाश पर होने की सूचना दी है। – संतोष कुगार सिंह, एडीएग।

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