नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली सफल परीक्षण लैंडिंग पूरी हो गई है। यह लैंडिंग नेविगेशन सिस्टम और रनवे की जांच के लिए की गई थी। इसके बाद, 30 नवंबर 2024 से एयरपोर्ट पर कमर्शियल फ्लाइट्स के ट्रायल शुरू होने की योजना है।
यात्रियों के लिए एयरपोर्ट अप्रैल 2025 से पूरी तरह चालू हो जाएगा। इस पहले चरण में 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। ट्रायल के दौरान इंडिगो और अकाशा एयरलाइंस जैसे ऑपरेटर भाग लेंगे। यह एयरपोर्ट नोएडा और एनसीआर क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा और दिल्ली एयरपोर्ट का भार कम करेगा।
कैसे शुरू होगा एयरपोर्ट का ऑपरेशन?
एनआईएल के नोडल ऑफिसर शैलेन्द्र भाटिया ने कहा, हमारा मकसद ट्रायल को 15 दिसंबर तक पूरा करना है, जिसके बाद एयरपोर्ट के पूरी तरह से ऑपरेशन को शुरू करने के लिए एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसपी गोयल सहित नागरिक उड्डयन मंत्रालय, डीजीसीए, एनआईएएल और उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी फ्लाइट ट्रायल की निगरानी करेंगे.
एनआईएएल के अधिकारियों ने कहा कि इस ट्रायल के बाद, अकासा और इंडिगो एयरलाइंस जैसे एयरलाइन पार्टनर भी अपना ट्रायल कर सकते हैं. यह एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर में फैला हुआ है, इस एयरपोर्ट को 29,650 करोड़ रुपये के निवेश के साथ चार चरणों में तैयार किया जा रहा है. साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन टी ने बताया एयरपोर्ट के फोर्थ फेज के तैयार होने के बाद इस एयरपोर्ट पर पूरे साल भर में 7 करोड़ यात्री सफर कर सकेंगे.