मुज़फ्फरनगर में वीर बाल दिवस के अवसर पर सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह के साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में किशोरों को दृढ़ संकल्प के साथ सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया गया। डॉ. राजीव कुमार, सदस्य प्रबंधन समिति ने संस्था में निरूद्ध किशोरों को इन साहिबजादों की शहादत के बारे में विस्तार से बताया और गुरु जी के संघर्षों का वर्णन किया।
गुरु गोविन्द सिंह जी ने अत्याचार, अन्याय और अधर्म के खिलाफ संघर्ष किया था। उन्होंने अपने छोटे साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को साहस और धर्म की रक्षा में शहादत दी। इन दोनों किशोरों ने 1705 में अपने धर्म के लिए जान दी, जबकि वे महज 7 और 9 साल के थे। उन्हें सरहिंद के नवाब वजीर खान के आदेश पर जिंदा दीवार में चिनवा दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपने धर्म के प्रति अडिग रहते हुए शहादत को गले लगाया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया, ताकि युवा पीढ़ी इन साहिबजादों के अदम्य साहस और बलिदान से प्रेरित हो। इस अवसर पर संस्था प्रभारी मोहित कुमार ने किशोरों को साहिबजादों से प्रेरणा लेने की अपील की और कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी का आभार व्यक्त किया।