‘बांग्लादेश में बवाल के लिए यूनुस जिम्मेदार, भारत से बर्बाद कर दिए संबंध’, शेख हसीना

ढाका में पिछले कई दिनों की हिंसा और विरोध प्रदर्शनों के बाद भले ही हालात शांत दिख रहे हों, लेकिन बांग्लादेश की राजनीति में तनाव और आरोप प्रत्यारोप तेज हो गए हैं. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार और उसके मुखिया मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला बोला है.उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है उसके लिए यूनुस जिम्मेदार हैं. भारत में बैठकर उन्होंने कहा है कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद फैली हिंसा ने न सिर्फ देश के भीतर हालात बिगाड़े हैं, बल्कि पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को भी अस्थिर किया है. न्यूज एजेंसी ANI को ईमेल इंटरव्यू में शेख हसीना ने कहा कि जिस अराजकता ने उनकी सरकार को गिराया था, वही कानूनहीनता अब यूनुस सरकार में कई गुना बढ़ चुकी है.

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर क्या कहा?

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर बोलते हुए शेख हसीना ने कहा कि मौजूदा तनाव यूनुस सरकार की देन है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस प्रशासन भारत के खिलाफ लगातार दुश्मनी वाले बयान देता है, धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में नाकाम रहा है और चरमपंथियों को विदेश नीति तय करने की खुली छूट दे रहा है. इसके बाद वही सरकार रिश्तों में खटास बढ़ने पर हैरानी जताती है. शेख हसीना की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है, जब 27 साल के हिंदू युवक दीप चंद्र दास की कथित ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और बाद में उसका शव जला दिया गया.

शेख हसीना ने कहा कि भारत दशकों से बांग्लादेश का सबसे भरोसेमंद दोस्त और साझेदार रहा है. दोनों देशों के रिश्ते गहरे और बुनियादी हैं और वे किसी भी अस्थायी सरकार से कहीं ज्यादा मजबूत हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि जब बांग्लादेश में फिर से कानून का राज बहाल होगा, तब बांग्लादेश फिर उसी समझदारी भरे साझे रिश्ते की ओर लौटेगा, जिसे अवामी लीग सरकार ने पंद्रह वर्षों तक मजबूती दी.

अपने खिलाफ फैसलों पर क्या कहा?

अपने खिलाफ दिए गए फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए शेख हसीना ने कहा कि इस फैसले का न्याय से कोई लेना देना नहीं है. यह पूरी तरह राजनीतिक रूप से उन्हें खत्म करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि उन्हें अपना बचाव करने का अधिकार नहीं दिया गया और न ही अपनी पसंद के वकील चुनने की अनुमति मिली. उनके अनुसार ट्रिब्यूनल का इस्तेमाल अवामी लीग के खिलाफ शिकार के लिए किया गया.

‘लाखों लोग वोट ही नहीं देंगे’

आगामी चुनावों को लेकर शेख हसीना ने बेहद कड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अवामी लीग के बिना कोई भी इलेक्शन फ्री एंड फेयर नहीं होगा बल्कि यह ताजपोशी होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस बिना जनता के एक भी वोट के शासन कर रहे हैं और अब उस पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं, जिसे नौ बार जनता ने जनादेश दिया है. शेख हसीना ने चेतावनी दी कि इतिहास गवाह है कि जब बांग्लादेशी नागरिक अपनी पसंदीदा पार्टी को वोट नहीं दे पाते, तो वे वोट ही नहीं देते. ऐसे में लाखों लोग प्रभावी रूप से मताधिकार से वंचित हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे चुनाव से बनी कोई भी सरकार नैतिक अधिकार खो देगी और यह राष्ट्रीय मेलमिलाप का बड़ा मौका गंवाने जैसा होगा.

भारत का जताया आभार

प्रत्यर्पण की मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए शेख हसीना ने कहा कि ये आवाजें एक हताश और दिशाहीन यूनुस प्रशासन से ही उठ रही हैं. उन्होंने भारत का आभार जताते हुए कहा कि भारत ने उन्हें जिस तरह से शरण और सम्मान दिया है, उसके लिए वह आभारी हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सभी राजनीतिक दलों ने इस रुख का समर्थन किया है, जो उनके लिए हौसला बढ़ाने वाला है. बांग्लादेश लौटने के सवाल पर शेख हसीना ने कहा कि उन्होंने देश इसलिए छोड़ा ताकि और खून खराबा न हो. उन्होंने साफ किया कि वह न्याय का सामना करने से नहीं डरतीं.

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