जोमैटो ने हाल ही में अप्रैल में अपनी प्रियॉरिटी फूड डिलीवरी सर्विस को दिल्ली, हैदराबाद और पुणे शहरों में भी शुरू कर दिया है. इस बारे में टीओआई ने रिपोर्ट भी की थी इस खास सर्विस के लिए थोड़ा ज्यादा शुल्क देना होता है, जिससे आपका खाना 5 मिनट पहले पहुंच जाता है. हालांकि जोमैटो हर प्रियॉरिटी ऑर्डर पर ₹19 से ₹29 तक का शुल्क लेता है, फिर भी हाल ही में एक पत्रकार ने कंपनी की आलोचना की है. उन्होंने बताया कि जोमैटो गोल्ड मेंबरशिप लेने वाले लोगों से भी इतना ही शुल्क लिया जाता है, जो ठीक नहीं है.
प्रियॉरिटी डिलीवरी को लेकर मचा बवाल
यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट लिखा. उन्होंने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें जोमैटो पर खाना ऑर्डर करते समय उन्हें प्रियॉरिटी डिलीवरी (₹29) चुनने का विकल्प दिख रहा है. वहीं दूसरा विकल्प है रेगुलर डिलीवरी, जहां उनका खाना दूसरे ऑर्डर के साथ आएगा. गुस्से में उन्होंने लिखा, “जोमैटो का नया स्कैम ! पहली बात, आप ऑर्डर एक साथ ग्रुप क्यों करने लगे हो? दूसरी बात, जब मैं पहले से ही जोमैटो गोल्ड मेंबर हूं, तो मुझे प्रियॉरिटी डिलीवरी के लिए एक्स्ट्रा चार्ज क्यों देना चाहिए? गोल्ड मेंबरशिप के कोई फायदे ही नहीं रह गए हैं.
अब तो ये सिर्फ लूट है.
जोमैटो के नए प्लान पर उठने लगे सवाल
उनकी ये पोस्ट जल्दी ही वायरल हो गई और कई लोगों ने उनका सपोर्ट किया. एक नाराज यूजर ने लिखा, “ये तो अब लूटने वाले बन गए हैं. मैंने अपने फोन से स्विगी और जोमैटो दोनों ऐप्स हटा दिए हैं और अब सीधे दुकान से ही खाना ऑर्डर करता हूं. यकीन मानिए, बहुत सेविंग होती है.” एक अन्य ने लिखा, “दीपिंदर गोयल तो शार्क टैंक पर नैतिकता और अच्छे व्यापार के बारे में उपदेश दे रहे थे, मगर जोमैटो तो बिलकुल उल्टा काम कर रहा है.” एक तीसरे यूजर ने मजाक में लिखा, “मैं ज्यादा इस्तेमाल नहीं करता, लेकिन गोल्ड प्लान ले रखा था. एक बार मेरा ऑर्डर देरी से आया और बताया गया कि ये दूसरे ऑर्डर के साथ है.